मुंबई, 27 मार्च, (न्यूज़ हेल्पलाइन) आजकल, बच्चों और वयस्कों को अपने स्मार्टफोन या लैपटॉप पर लगे हुए देखना एक बहुत ही आम दृश्य है। घंटों तक मोबाइल फोन पर रहना आंखों के लिए बहुत हानिकारक हो सकता है, क्योंकि अगर इसके इस्तेमाल पर ध्यान न दिया जाए तो यह आंखों की रोशनी को नुकसान पहुंचा सकता है।
बढ़ते स्क्रीन टाइम के कारण बहुत से लोग आंखों की समस्याओं से पीड़ित हैं। इसलिए, आज की दुनिया में आंखों की देखभाल प्राथमिकता होनी चाहिए, क्योंकि फोन और लैपटॉप पर रहना कई लोगों की आवश्यकता है। हमारे फोन की लत से आंखों की रोशनी कम होना और आंखों में जलन जैसी स्थितियां हो सकती हैं, खासकर उन लोगों के लिए जो आईटी में काम करते हैं या लैपटॉप पर लंबे समय तक बैठे रहते हैं। तमिलनाडु में तंजावुर के एक निजी अस्पताल के एक डॉक्टर ने अपनी आँखों की देखभाल कैसे करें, इसके बारे में जानकारी दी।
घर पर बच्चे अधिकांश समय बिना निगरानी के रह जाते हैं, जिसके कारण वे घंटों मोबाइल फोन और लैपटॉप जैसे गैजेट्स पर बिताते हैं। डॉक्टर ने कहा कि बच्चों को सबसे पहले प्रशिक्षित किया जाना चाहिए कि वे बार-बार गैजेट्स में व्यस्त न रहें, जो माता-पिता ही कर सकते हैं।
जो लोग दिन में आठ से नौ घंटे से ज्यादा काम करते हैं उन्हें काम के बीच में थोड़ा ब्रेक लेते हुए खिड़की खुली रख कर बैठना चाहिए। वे हर बीस मिनट में कम से कम दो मिनट के लिए अपनी आँखों को आराम दे सकते थे।
काम करते समय आमतौर पर हमारा सामना सीधे अपने कंप्यूटर स्क्रीन से होता है। एक्सपर्ट के मुताबिक, इससे गर्दन में दर्द, सिरदर्द और आंखों की रोशनी खराब होने जैसी स्थिति हो सकती है। इसलिए डॉक्टर के मुताबिक आपको अपने लैपटॉप की स्क्रीन को सीधा रखने की बजाय थोड़ा अलग दिशा में रखना चाहिए।
अपनी आंखों को स्वस्थ रखने के लिए नियमित रूप से किसी अच्छे नेत्र विशेषज्ञ से परामर्श लेना जरूरी है। डॉक्टर ने निष्कर्ष निकाला, इसे साल में कम से कम एक बार किया जाना चाहिए।